कुछ प्रेमी हैं मेरे बड़े ही खैरख़्वाह1 हैं
उनको लगता है वो जानते है मुझको
भरी दिल में मेरे तईं खुन्नस3 है
कि भला ही मेरा वो चाहा करते हैं
मुझ को हाथी का लक़ब4 दिया है उन ने
मेरा हर ज़िक्र इसी नाम से होता है
इस नाम को चुनने का मंतिक़6 क्या था
हाथी की उपाधि7 मेरे लिए सही है
कई खामियां8 हाथी की हैं मेरे अंदर
दिखने लगी है बड़ी सी अब तोंद मेरी
आँखें मेरी कमज़ोर बहुत हो गईं हैं
खाने के कम हैं दिखाने के ज़्यादा
चल फिर सकता हूं बड़ी ही मुश्किल से
दुम को हिला के हाँ कहा नहीँ कभी
मैंने
हाथी की खूबियां भी है कई मेरे में
हर आवाज़ सुन सकते हैं कान मेरे
हमलावर को उठा कर इससे दे पटकता हूँ
जब भी जाता हूँ मैं
बाग़ीचे में
हव्वा बने फिरते हैं जो रंगे सियार10
मिलकर पाले हुए कुत्तों पिल्लों के साथ
डरे सहमे दूर ही दूर से देखते है
मस्ती में इतराता चला जाता हूं मैं
अच्छा ही लगता है जब कुछ लोग मुझे
हाथी कहते भी हैं और
समझते भी
1. खैरख़्वाह: Well-wisher
2. फितरत: Nature
3. खुन्नस: ill-will, envy
4. लक़ब: Nickname
5. उत्सुकता: Curiosity
6.मंतिक़: Logic, reasoning
7. उपाधि: title
8.खामियां : short-comings
9. निरंकुश : uncontrolled, autocratic
10. सियार: Jackal
11. चिल पुं: mournful hue and cry
1 comment:
हाथी कहते भी हैं और समझते भी !!
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